कोरोना वैक्सीन को लेकर अब हर दिन नए अपडेट आ रहे हैं. सरकार ने भी अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में तीन कंपनियां वैक्सीन पर तेजी से काम कर रही हैं. वैसे तो WHO के कोविड वैक्सीन ट्रैकर डॉक्युमेंट के मुताबिक दुनियाभर में 30 वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल्स के फेज में हैं.
इस बीच केंद्र सरकार ने संकेत दिया है कि देश के लोगों को ये टीका मुफ्त में लगाया जाएगा. पोलियो की तरह ही कोरोना वैक्सीन को भारत सरकार राष्ट्रीय टीकाकरण मिशन के तहत देश की जनता को मुफ्त में लगाएगी. इसके लिए अभी से सरकार ने बड़े पैमाने पर टीका खरीदने की तैयारी कर ली है.
पुणे की बायोटेक कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ने कोरोना वैक्सीन को लेकर उम्मीद बढ़ा दी है, यह कंपनी कोरोना से बचाव के लिए ‘कोविशिल्ड’ नाम की वैक्सीन तैयार कर रही है. इस वैक्सीन की उम्मीद पर अब सरकार कह रही है कि देसी वैक्सीन इसी साल तैयार कर ली जाएगी. सीरम इंस्टीट्यूट हर महीने करीब 6 करोड़ डोज बनाने की तैयारी कर रहा है. जबकि इस क्षमता को अप्रैल 2021 तक 10 करोड़ डोज हर महीने कर दिया जाएगा.कंपनी ने कहा कि 71 दिन के भीतर बाजार में उपलब्ध कराने की खबर केवल एक कयास है. अभी कंपनी का फोकस ट्रायल पर है.
सरकार वैक्सीन तैयार कर रहीं कंपनियों को हर तरह की मदद बिना देरी किए पहुंचा रही है. सरकार का मानना है कि भारत की पहली कोरोना वैक्सीन ‘कोविशिल्ड’ साल के आखिर तक इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगी. बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार जून 2021 तक सीरम इंस्टीट्यूट से 68 करोड़ कोरोना टीके खरीदेगी.
यही नहीं, बाकी की जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार ने प्लान तैयार कर लिया है. सरकार हर एक जनता तक यह टीका पहुंचाएगी. सीरम से 68 करोड़ डोज खरीदने के बाद वैक्सीन की बाकी डोज सरकार ICMR और भारत बायोटेक द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की जा रही Covaxine और निजी फार्मा कंपनी Zydus Cadila द्वारा विकसित की जा रही ZyCoV-D का ऑर्डर दे सकती है. हालांकि वैक्सीन का ट्रायल सफल होने के बाद ही यह संभव हो पाएगा.